जिल्ला प्रशासन कार्याल धनुषासँ शीतलहर प्रभावितके कम्बलसहितके राहत सामग्री उपलब्ध कराओल गेल अछि । इ तस्वीर धनुषाक प्रमख जिल्ला अधिकारी प्रदीपराज कणेलक फेसबुक वालसँ लेल गेल अछि । |
- गरम कपडाक व्यवस्था करु ।
- शीत–लहरीके समयमे घरबाहर खुला स्थानमे बेशी समय नईँ रहू, घरबाहर जाय परए वा बेशी समय रह’ परए त गरम कपडा पहिरु ।
- राइतमे सिरक, कम्बल जेहन ओढना ओढू ।
- घरभितर राइतमे सुतबाकाल शरीरके सँगहि छाती आ माथके झाँप’ के ओरिआओन करु ।
- शीत–लहरी चलल समयमे आइग ताइपक’ शरीरके गरमेने रहू, छाती आ माथके ठण्ढासँ बचाउ ।
- ठण्ढीके समयमे शरीरके लेल आवश्यक गरम खायबला वस्तुसब खाउ ।
- धीयापूता, वृद्धवृद्धा, गर्भवती महिला आ बिमारके रेखदेखमे विशेष सतर्कता अपनबैत धीयापुताकेँ गरमाएल अवस्थामे रखबाक व्यवस्था करु ।
- ठण्ढीके कारण बिमार होइते स्वास्थ्य चौकी वा अस्पतालमे तुरन्त इलाजके लेल ल’ जाउ । शीत–लहरी चलल समयमे घरमे पोसल पशुपंक्षीके भरिसक खुला स्थानमे चराब’लेल नईं ल’ जाउ । गोठमे राखिक’ पर्याप्त घास÷पोआर आ दाना देबाक व्यवस्था करु ।
- ठण्ढीके कारण पशुपंक्षी बिमार भेलापर लगेके पशु चिकित्सालयमे तुरन्ते सम्पर्क क’ इलाज कराब’ ल’ जाउ ।
- कोठली भितर आइग बाइरक’ गरम कएलापर पर्याप्त धुँवा निकल’ के अर्थात भेण्टिलेसनके व्यवस्था कर’ के नईं बिसरु । (स्रोत ः सूचना तथा प्रसारण विभाग )
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