2014-06-30

कला आ पर्यावरणकेँ जोड़ैत मिथिला चित्रकला

मिथिला चित्रकलामे कला आ पर्यावरणके अन्तरसम्बन्ध देखएबाक अद्भुत क्षमता रहल कला आ संस्कृतिविद्सभ कहलनि अछि । हरेक मिथिला चित्रकलामे पर्यावरण आ मानवताकेँ जोड़ल गेल चित्रकलाका जानकारसभ कहलनि । 

कला आ पर्यावरणकेँ अन्तरसम्बन्ध विषयपर राजधानीमे जेठ २२ गतेसँ १ अषाढ़धरि चित्रकला प्रदर्शनीक आयोजन कएल गेल । जाहिमे नेपालक २७ आ भारतक ६ गोटे चित्रकार मिथिला पेन्टिंग प्रदर्शनी कएलनि । तहिना राजधानीक पारम्परिकपौवा चित्रकलाके सेहो प्रदर्शनी कएल गेल । बबरमहल स्थित नेपाल आर्ट काउन्सिलक हलके भेल प्रदर्शनीमे मिथिला चित्रकला आ पौवा चित्रकला कलाप्रेमीक बेश प्रशंसा पओलक ।
मिथिला चित्रकला कोनाकऽ कला आ पर्यावरणकेँ जोड़ैत अछि से बतएबालेल सहभागीसभ एक स एक चित्रकला प्रदर्शन कएलनि । अधिकांशमे लोकके दैनिकजीवनकेँ चित्रण कएल गेल छल । मधुबनीक अमरेश कुमार झा पानिभरिकऽ घुरैत महिलासभके मिथिला चित्रकलामे उतारने छलथि त बबिता साह कदम्ब गाछपर बैसि बाँसुरी बजबैत भगवान कृष्ण आ घासपात खाइत गायमालके सजिव चित्रण कएलनि । बौवा देवीक चित्रकलामे रामायणक झलक छल, हनुमान भगवान रामक सन्देश लऽकऽ जखन माँ सीताकेँ अशोक वाटिकामे भेटैत छथि ताहि क्षणके वौवा देवी अपन चित्रमे उतारने छलथि । तहिना देवकला कृषकके दैनन्दिनकेँ उजागर कएलनि । पशुपालन, खेतीगृहस्थीक चित्रमे पर्यावरणके महिन ढंगसँ जोड़ल गेल अछि ।
 
चित्रकलामे पार्यावरणसँ सम्बन्ध खोजबाक उद्देश्यसँ एहन कार्यक्रम पहिल बेर भेल । संस्कृतिविद् रामदयाल राकेश मिथिला कलामे पर्यावरण, डा वीणा बाङ्देल कलामे प्राचीनता आ आधुनिकता आ प्राध्यापक मुकुन्दराज अर्याल पौवाकलाक विषयमे मन्तव्य रखने रहथि । मिथिला चित्रकलामे पर्यावरणकेँ सम्बन्ध बतबैत राकेश कहलनि अष्टदल, षट्कोण, स्वस्तिक, सर्वतोभद्र, देवोत्थान, छठिसहितके अरिपनमे भूमि आ पर्यावरणकेँ सम्बन्ध अछि । मैथिली कलाकेँ मुख्य ध्येय पर्यावरण संरक्षण रहल राकेशक कहब छन्हि । विवाहमे आम आ महुआके विवाह होइ वाबटसावित्री पूजामे बड़के पूजा सभमे पर्यावरण संरक्षणके सन्देश निहीत अछि । 


प्रदर्शनीमे नेपालक अजित साह, प्रीति ठाकुर, बबिता झा, रीना साह, बबी झा, रेणु कर्ण, चन्दा साह, रेवती मण्डल, देवकला, रुवी कर्ण, गंगावती, सरस्वती झा, गीता कर्ण, शोभा देवी, ज्ञान कुम, श्याम सुन्दर यादव, इनद्रकला निधि, सुधिरा कर्ण, मदन कला, सुलेखा साह, मधुमाला मण्डल, सुलोचना कर्ण, मञ्जुला ठाकुर, सुनिता शर्मा, फुलो साह, उर्मिला यादव आ पुनम झा सहभागी रहथि । तहिना मधुबनीसँ अमरेशकुमार झा, गविता देवी, बबिता साह, रंजित झा, बौआ देवी आ रेखा झा सहभागी छलथि । नेपाल आर्ट काउन्सिल आ विपी कोइराला भारत नेपाल फाउण्डेशनकेँ संयुक्त आयोजनमे प्रदर्शनी भेल छल । साभार नयाँ नेपाल २०७१ साल अषाढ १६ गते 

मिथिला राज्यक माङ

अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समितिक आयोजनमे दिल्लीक जन्तर मन्तरमे मिथिला राज्यक माङ करैत धर्ना देल गेल । सहभागीसभ भारतीय जनता पार्टीक मिथिला क्षेत्रक सांसदसँ आग्रह कएलनि जे मिथिला राज्यक मागके सम्बोधन करएबालेल ओसभ अग्रसरता देखाबथि । 


मिथिलाक शैक्षिक, सांस्कृतिक आ औद्योगिक विकासबास्ते राज्यक दर्जा भेटब जरुरी रहल वक्तासभ कहलनि । ओ सभ प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीके ज्ञापन पत्र दैत मिथिला राज्यक माङ पुरा करबाक आग्रह सेहो कएलनि अछि ।चुनावक समयमे भारतीय जनता पार्टीक नेता मिथिला राज्य स्थापनाक लेल पार्टी सकारात्मक रहल कहने छलथि । आब सत्तासिन भाजपा मिथिला राज्य लेल कतेक संवेदनशीलता देखबैत अछि ओ देखऽके बाँकी अछि ।

साभार नयाँ नेपाल २०७१ साल अषाढ १६ गते 

गुलाब काकी (कथा)

गणेशकुमार लाल 

गणेशकुमार लाल 

ओ माघके एकटा सुन्दर सबेर छल । दिनके शुरुआत एक कप स्वादिष्ट कफीसँ भऽ जाइत से इच्छा छल । किछ क्षणमे वास्तवमे गुलाब काकी तीनटा गरम कफीलऽ कऽ आबि गेलीह । हम आ सुुन्दर खुशी भऽ गेलहुँ । ओही दिन ठण्ढासँ कपकपि लागल छल । गुलाब काकीके हाथमे एकटा लिफाफ आकारके एकटा फोटो छल ।
बरण्डाके ठिक उत्तर कातमे विस्कुट राखल छल । हमर नजरि पड़िते गुलाब काकी आनिकऽ प्लेटमे राखि देलखिन । एहि समय पूर्व दिशामे सूर्य भगवान अपन लालिमा चारो तरफ फैला देलखिन । गुलाब काकी हमर सबके छाति भितर ओही दिनसँ बैस गेलिह ।
गुलाब काकीके सबसँ बेसी ध्यान छलैन व्यवसायीक कृषिपर । पूर्व कालमे खाद्यान्न अभावसँ बहुत बालबालिकाकेँ कुपोषणसँ मृत्यु भऽ जाइत छल । कृषि विकासक समावेसी आधारक निर्माण तथा महिला लोकनिक व्यापक सहभागिता संगहि प्रकृतिक संसाधन संरक्षरण आ सतत उपयोगके योजना बनेबामे निपूण छलिह गुलाब काकी । अपन जीविका हेतु व्यावसायीक कृषि पर निर्भर छलिह । परन्च भूमि आ ओहीमे उपजल अन्न पर लागऽ वाला श्रम आ पूँजीक अनूपातमेभेटऽ वाला लाभ अपर्यात छल ।
वर्तमान समय मे खाद्यवस्तु के सहज पहुच के मानव अधिकार के महत्वपूर्ण पक्ष के रुप मे लेल गेल अछि । ताही के बुझैत गुलाब काकी कृषि व्यापारके  मूल्य श्रृंखला मे आवद्धकऽ हरित क्रांन्तिकऽ केलिह ।
गुलाब काकी के पिता चन्द्रशेखर बाबू किछ दिनक बाद सरकारी सेवासँ निवृत होबाला रहैथ । अवकाश ग्रहण करबासँ पहिने अपन बेटी के हाथ पियर कऽ देब चाहैत रहैथ । अषाढ मासछल अहिमहिनामे विवाह्र गृहप्रवेश ्रयगोपवीत्र आदि सब प्रकारके शुभकार्य ब्राह्मण सब के मत अनुसार वर्जित छल ।
विवाह के शुभ मुहुर्त माघके प्रथम रविकेँ दिन रात्रिके नौ बाजिकऽ पैतिस मिनट निकलल छल ।चन्द्रशेखर जी के सम्बन्ध समाजके मध्मवर्गसँ छल । ओ अपन जातिकेँ रीतिरिवाज आ सामाजिक प्यबहारमे जकडल समय छल । विवाह मुर्हूत के कट्ठरतासँ पालन नही केलासँ दुष्परिणाम भऽ सकैत अछि ईविचार हुनका सदैब रहलैन । अहि बातकेँ ध्यान मे रखैत चद्रशेखर जी विवाह के सब प्रबन्ध अपन देखरेख मे सुनिचित केने छलाह । परिवारके सबसँ वयोवृद्घ व्यतिmकेँ हाथमे घडी दऽ देने छलखिन । जाहिसँ मुुहुर्त के समय अनुसार सब कार्य भऽ जाय ।
विवाहक सब काम घरके नजदिक मैदान मे भऽ रहल छल । बहुत बडका शामियाना टागल छल । निचामे बहुत बरियाती सब बैसल छल । बरबधु आ हुनकर रिसतेदार एकटा विशेष मंडपमे बैसल रहैथ । वयोवृुद्घ सज्जनसँ संकेत प्राप्त होइते ब्राह्मण सब शँंख बजाबऽ लगलाह । बैन्डबाजा बाजऽ लागल । ठीक दु बाजिकऽ इकतिस मिनट पर मनोहरराम जी संगे विवाह समपन्न भऽ गेलैक गामबासी सब हरसित भऽ उठलाह । मंगलाचरण गायल गेल ।
गुलाब काकी घरके काम काज समहारी लेलिह । मसुरीके खेतमे फुलल फल आरी पर ठाड भऽ कऽ गुलाब काकी देखकऽ आनन्दित छलीह । पूर्णतः जैविक कृषि उत्पादन कएल मसुरी छल । जैविक कृषि उत्पादन प्रति देश विदेशमे आकर्षण बढिरहल अछि । अन्य आदमीक खेतसँ बहिकऽ प्रदूषित पानी मसुरीके खेत नही अबैक ताही हेतु खेतके चारुकात तीन फीट चौडा आ दू फीट गँहिरगर नाला पहिनेसँ बनायल गेल छल ।
जिल्लाके कृषि अनुसन्धान परिषद अन्तरगत कृषि प्रदर्शनि लागल छल । जाहि मे गुलाब काकी अपन कृषि उत्यपादन मसुरी आ मूग दाल प्रर्दशनि मे रखने छलिह । प्रदर्शनी  देखबला लोग कृषक, छात्र, नेता, कर्मचारी, किसानसब अबैत छलाह । देश प्रथम योजना कालेसँ कृषि उत्यपादन दूरा सबके भोजन भेटैक ताही हेतु उत्यापादनक जैविक प्रविधि के अवधारण राखल गेल छल ।अहि मे खाद्यवस्तु दालि,चाउर आ गहुम आ दुध आ दुधजन्य पदार्थके उत्पादन कार्यमे जोड देल गेल छल ।
वुधदिन छल । प्रर्दशनिमे दर्शनार्थि सब के बहुत भिर लागल छल । कारण छल कृषि प्रर्दशनि मे कृषि मन्त्री जी के प्रर्दशनि मे एवाक सुचना जिल्ला कृषि कार्यालयसँ प्रसारित कैल गेल छल । कृषि मन्त्री जी समय पर आबि कृषि प्रर्दशनि के सर्वेक्षण केलैन । गुलाब काकी के स्टल पर आबिकऽ कृषि मन्त्री जी मसुरी आ मुग के उत्यपादन कैयल खाद्यवस्तु के देखलगलाह । बहुत पत्रकार आ कैमराबला व्यतिm सबकोई फोटो खिचनाइ शुरु कैलैन । मन्त्री जी महिला कृषक गुलाब काकीकेँ नमस्कार कऽ पुछलखिन अहाँ जैविक खेती करैत छी?
गुलाब काकी ः श्रीमान् हम जैविक कृषि खेती करैत छी ।
मन्त्री जी ःकतेक बिगहा खेतमे?
गुलाब काकी ः १५ बिगहा मे मसुरी आ ५ बिगहा मे मुंग ।
मन्त्री जी ः सब खेत अहाकेँ अपन अछि ।
गुलाब काकी ः नहि, सब खेत हमर नहि अछि । हम समुदायमे आधारित खेती करैत छी । अहीसँ समुदाय के लाभ प्राप्त होइत छैक ।
मन्त्री जी ः अहाँक समुदायमे कतेक किसान छथि ।
गुलाब काकी ः  हमरा सबक समुदायमे पच्चसि महिला कृषक छथि ।
मन्त्री जी ः खाद्यान्न आ खाद्य वस्तु के संरक्षण मे कि समस्या अछि ?
गुलाब काकी ः मूख्यरुपसँ अन्न भण्डारणकेँ समस्या अछि । पक्का गोदाम घर नहि भेलासँ वरखाा समय मे खाद्यवस्तु खराब भ जाइत अछि ।
मन्त्री जी सँगे कृषि सचिब अपन डायरी मे गुलाब काकी के समस्या लिखलैन ।छओ पाँच नहि जानबाली गुलाब काकी कृषि कार्य आ सामुहिक कृषि उत्पादन आ व्यापारी करणसँ महिला कृषकसब अपन बच्चा सबके स्कूलमे अध्ययन करा रहल छलिह ।अतःहुनकर परिवार शिक्षा प्राप्त करबामे आगा छलैन ।
कृषि प्रर्दशनीक आइ समाप्ती छलैक । अगहनी, रब्बी आ तरकारी, फलफूल जतेक स्टल प्रर्दशनि मे लागल छल ओही सबमे प्रथम पुरसकार कृषि मन्त्रीजी घोषण करबाला छलैथ ।
मन्च पूर्णरुपसँ फूलमाला सँ सजल छल । कृषि कार्यालयके एकटा कर्मचारी गुलाब काकी के बजाब एलखिन । गुलाब काकी अपना सगे फुलमति देवी के सेहो लऽ गेलिह ।
ठिक दिनके चारी बजे कृषि मन्त्री जी आबि गेलाह । हुन्कर भव्यरुपसँ स्वागत कैल गेल ।पुरस्कारक घोषण भेल । कृषि मन्त्री जी सबसँ पहिने गुलाब काकी के महिला कृषक मे पुरस्कार हेतु घोषण केलैन जाही मे एकलाख टाका आ गोदाम घर निर्माण सरकार करा देत से मन्त्री जी घोषण केलैथ ।
जनतासबसँ भडल भिढमे थपडी पर थपडी पारी लागल । वातावरण पूर्णरुप सँ गुनजायमान छल । जनता सब खुशि छल जे कृषि मन्त्रालय वास्तव मे सही रुपसँ महिला कृषकके पहिचान केलक ।
गाममे वर्षा भे छल । एहन वर्षा जे छुटवाक नामे नही लैत छल । गुलाब काकी के पोताके सर्दीसँ निमोनिया लागि गेल छल । अतस् गुलाब काकी बड दुसखी छलिह । लोक कहैत अछि ससार दुसख आ दुसखसँ निमार्ण भेल अछि से कहैत छथि ज्ञानी आ सन्त सब ।
गुलाब काकीके वनस्पती शात्रके सेहो ज्ञान छलैन । ओ टेलिभिजन कार्यक्रममे आचार्य बालकृष्णजीकेबतायल नागरमोथा ९फुुलकी ०के बारेमे औषधिय गुण के लिखकऽ डायरीमे रखने छलिह ।नागरमोथा जलिय आ आद्र्र भूमि जगहमे पैदा होइत छैक । अहिके केन्दमे एक प्रकार के सुस्वाद तेल पावल जाइत अछि । अतः बोखारसँ पीडित पोताके नागरमोथा आ गिलोइ के काढा बनाकऽ पियेनाइ शुरु केलैन । दुु दिन के बाद ज्वर समाप्त भऽ गेल ।
सरकारी स्तरसँ निर्माण कैल गेल गोदाम घर बीस फीट लम्बा आ १५ फीट चौडा २५ फीट उँचाई के गोदाम घर निमार्ण भऽ गेलैक । गामके किसान सब बहुत खुशी छलाह । महिला कृषक आ समूदायमे आबद्ध सब किसान भगवानक पूजा कऽ मिठाई बटलैन । गुलाब काकी नीला रंग के सिल्क सारी मे सजल छलिह । अहि सारी मे बेहतर टैकसचर आ जीवंत रंग प्राप्त होइत छैक ।
भगवानक शुभ अनुकम्पासँ चारो दिशासँ हल्का गुलाबी आ जोगिया आभा चिन्ह उभरलागल छल । उषाके अवतरण होब बला छलैक । जाहीके उजालासँ भरपूर उर्जा किछ घंटा मे गाम मे फैल बला छलैक । गुलाब काकी गंगा सागर जेबाक लेल बस मे बैस गेल छलिह । कहबि छैक । सारा तीरथ बेर बेर गंगा सागर एक बेर । माता गंगा बहैत बहैत गंगा सागर मे मिलैत छैथ । ई सुन्दरबनसागर द्वीपके दक्षिण हिस्सा छैक । तीस किलो मिटर लम्बा आ नौ किलो मिटर चौडा अहि पबित्र द्वीपके अन्नमय तीर्थ मानल जाइत अछि । गुलाब काकी अहिपवित्र तीर्थ दर्शन हेतु चलि गेलीह । साभार नयाँ नेपाल २०७१ साल अषाढ १६ गते  

मैथिलीमे शपथ

भारतक १६ म् लोकसभा चुनावसँ निर्वाचित सांसदमे किछु गोटे मैथिलीमे सेहो शपथ लेलनि । भारतीय जनता पार्टीक तीनगोटे सांसद मैथिलीमे शपथ लेलनि । दरभंगासँ जितनिहार कीर्ति आजाद, झंझारपुरसँ जितनिहार विरेन्द्र कुमार चौधरी आ मधुवनीसँ जितनिहार हुकुमदेव नारायण यादव मैथिलीमे शपथ लेलनि ।  
तहिना सुपौलसँ कांग्रेसक सांसद रंजीता रंजन आ मधेपुरासँ राष्ट्रिय जनता दलक सांसद पप्पु यादव मैथिलीमे शपथ लेने रहथि से खबर भारतीय समाचारपत्रसभमे छपल अछि  । विहारकमैथिली भाषी अधिकांश सांसद हिन्दीमे शपथ लेलनि । भारतीय जनता पार्टीक नेतृत्वक सरकारके मन्त्रीमेसँ अधिकांश अपन मातृभाषामे शपथ नहि लेलनि । भाषिक अधिकारके लेल लड़निहारसभ नेतासभक एहन कृयाकलापसँ मातृभाषा आ क्षेत्रीय भाषाके सम्मानमे ठेस पँहुचल टिप्पणी कएलनि अछि ।

साभार नयाँ नेपाल २०७१ साल अषाढ १६ गते 

मैथिली प्रज्ञा प्रतिष्ठान स्थापनाक प्रयास

मैथिली भाषासाहित्य आ कलासंस्कृतिक विकासकेँ गति देबऽके उद्देश्यसँ नेपाल मैथिली प्रज्ञा प्रतिष्ठान गठनलेल प्रयास शुरु भेल अछि ।
हालहिँ वृहत्तर जनकपुर क्षेत्र विकास परिषद, त्रिभुवन विश्वविद्यालयक मैथिली केन्दीय विभाग, नेपाल विद्यापति पुरस्कार कोष आ मैथिली विकास कोष संयुक्त रुपमे प्रतिष्ठानक गठनकँे प्रारुप प्रस्ताव कएलक अछि ।
मैथिली भाषीकेँ अलग प्रतिष्ठानक अभावककुन्ठावोधसँ उन्मुक्ति, नेपाल आ नेपाली कलासाहित्यक परिधि बिस्तार करबालेल प्रतिष्ठान आवश्यक रहल  प्रस्तावमे कहल गेल अछि । प्रतिष्ठान गठनसँ भाषिकसाहित्यिक, सांस्कृतिक द्वन्दसँ मुक्ति आ अस्मितावोध, पहिचानक भावना बढ़त प्रारुपमे लिखल अछि । राज्य मैथिली प्रज्ञा प्रतिष्ठान स्थापनाकऽ मैथिली भाषासाहित्य, कलासंस्कृतिक संरक्षणके मुद्दाके सम्वोधन करए से माङ कएल गेल अछि ।
प्रतिष्ठानमे मैथिली भाषासाहित्य, कलासंस्कृति, नाट्य एवं रंगमञ्च, गीतसंगीत, लोकसाहित्य आ बालसाहित्य, संचार आ खेलमनोरंजन विधाकेँ समेटल जायत ।
नेपाल सरकार आन प्रज्ञा प्रतिष्ठाने जकाँ एकर संरचनागत ढाँचा आ बजेट व्यवस्थापन करबाक माङ प्रस्तावित प्रारुपमे कएल गेल अछि ।
मैथिली विभागक प्रमुख परमेश्वर कापड़ि प्रस्तावित प्रतिष्ठान स्थापनाक प्रारुप राजनीतिक दल, जनकपुर क्षेत्रक सांसद, नेता आ बुद्धिजीवीकेँ दऽ कऽ सहयोग करबाक आग्रह कएने छी से कहलनि । सभगोटे प्रतिष्ठान स्थापनाक लेल सकारात्मक देखल गेल छथि आशा अछि जे ओ सभ एकरा मूर्त रुप देबऽमे सेहो सहयोग करता कापड़ि बतओलनि ।
प्रस्तावित प्रारुपमे परिषद्क अध्यक्ष रामकुमार शर्मा, मैथिली विभाग आ विद्यापति कोषक अध्यक्ष कापड़ि आ मैथिली विकास कोषक अध्यक्ष जिवनाथ चौधरी संयुक्त रुपमे हस्ताक्षर कएने छथि । 

साभार नयाँ नेपाल २०७१ साल अषाढ १६ गते 

विकासलेल संकल्प करए जनकपुरबासी

जनकपुर आब फैल भऽ रहल अछि । कियाक त सडककेँ अतिक्रमण हटएबाक काज जाहि रुपेँ गति लेलक ताहिसँ बर्षोंसँ जकड़ल समस्या समाधान हएबाक आश जागल अछि । जानकी मन्दिर लगपासके क्षेत्रमे बहुत बेर सडक अतिक्रमण मुक्त करएबाक नियार भेल रहए मुदा से नहि भऽ सकल । कहियो राजनीतिक नेतृत्व नहि चाहलक त कहियो प्रशासनके अधिकारी मुँह मिठकऽ कऽ चुप बैस गेल । मुदा एखन नामी मिष्ठान्न भण्डार जहन ढहलए तहन आम जनकपुरबासीके ई आभाष भेलए जे एत्तउ राज्य अछि । कियाक त जनकपुरक विकासके बाधक की की अछि एकर सूची जहन बनाबी त सडक बिस्तार नहि हएब सेहो प्रमुख समस्याक रुपमे आगू अबैत अछि ।
विकास सडकके माध्यमसँ अबैछइ एहिमे किनको दू मत नहि हएत । ई बात जनकपुरक सडक अतिक्रमण कऽ महल बनओनिहारके नईं बुझल छलै एहन बात नहि मुदा ओ अपन हितमात्र देखलक । जनकपुर कुरुप होइछइ त होउ हमरा कि मतलब ? एहने मानसिकताक उपज छल जे स्थानीय सडक अतिक्रमणकारीसभ कहियो विकासके पक्षमे ठाढ़ नहि भऽ सकल ।
जनकपुर नगरपालिकामे कतेको नेतृत्व बदलल, सभगोटे ई बात मानैत छल जे सडक विस्तार करब, सरकारी जमिन अतिक्रमणमुक्त कराएब मुदा साहस कियो नहि कऽ सकल । हँ शाही सरकारके समयमे जनकपुर नगरपालिकाके कमान सम्हारनिहार तत्कालीन मेयर राजदेव मिश्र अपवाद छथि । मिश्र अपन कार्यकालमे जनकपुर अञ्चल अस्पताल रोडमे सडक अतिक्रमण मुक्त करएबामे जे योगदान छथि से सराहनीय अछि । ताहिके बाद कोनो जनप्रतिनिधिके ओ अवसर सेहो नहि भेटलैया । मुदा जहिया भेटल छलनि तहिया जनकपुर नगरके सडक विकासके लेल कोनो ठोस काज नहि भऽ सकल । बादमे स्थानीय निकाय खाली होइत गेल । कर्मचारी दुनू हाथे खाएलागल । नगरके अवस्था दिनानुदिन दयनीय बनैत गेल ।
एखन जे गति लेने अछि अतिक्रमणमुक्तके ताहिसँ बड़का सम्भावनाक द्वारि खोलल जा सकैया । जहिना घरसभ तोड़िकऽ सडक विस्तार कएल गेल । तहिना आब सभकियो मिलिकऽ जनकपुरके व्यवस्थित बनएबामे योगदान करथि । 
कियाक त प्राचीन मिथिलाक राजधानी कहिकऽ गर्व कएलेसँ मात्र नहि हएत । एखन शहरके विश्वव्यापी मापदण्डके आधारपर जनकपुरकेँ मूल्यांकन कएल जाय । आ निष्कर्ष निकालल जाय जे कत्तेक पाछु छी । मच्छर आ सुग्गरके समस्या, सडकपर गर्दा, अव्यवस्थित नाला जेहन बहुतो समस्या सुरसा जकाँ मुँह बओने अछि । तकर समाधान कोना कएल जाय ताहिलेल सरोकारवालाकेँ समाधान खोजबाक चाही ।
धार्मिक आ पर्यटकीय अथाह सम्भावना रहल जनकपुरके विश्वस्तरमे चिन्हएबालेल जनकपुरबासीके संकल्प करऽपड़त । सुन्दर आ स्वच्छ जनकपुरके नारा लऽकऽ सभकियो जहन जुटि जाय त ई ऐतिहासिक स्थानके विश्वस्तरमे स्थापित पर्यटकीयस्थल बनऽसँ कियो नहि रोकि सकैया । साभार नयाँ नेपाल २०७१ साल अषाढ १६ गते 

फेसबुक कमेन्ट २० दिन जेल की ईएह छइ न्याय ?

जितेन्द्र झा

नेपालमे प्रहरीक रवैयासँ जुड़ल एकटा कहबी बेस प्रचलित अछि पहिले थुन्नुस अनि बुझ्नुस्, सप्तरी जिलामे फेसबुक कमेन्ट कएनिहार एकगोटे युवककेँ २० दिन हिरासतमे राखिकऽ प्रहरी अपना संगठनसँ जुड़ल ई कहबीके चरितार्थ कएलक अछि ।
एकटा सामान्य फेसबुक कमेन्ट, जाहिमे प्रहरीकेँ नामतक नहि लेल गेल छल, तकरा आधार बनाकऽ एसपी दिनेश अमात्य सप्तरी पोर्ताहा रहनिहार अब्दुल रहमानकेँ २० दिनधरि हिरासतमे रखलनि ।

तिलके ताड़

नागरिक दैनिकमे जेठ १७ गते एकटा समाचार छलप सप्तरीमा सुध्रिँदो सुरक्षा, ई समाचार फेसबुकमे शेयर कएलगेल । ओइ समाचारमे सप्तरीक युवा अब्दुल रहमानकेँ कमेन्ट रहनि के को सुध्रिनु, आफ्नै चोरी भएको बाइक फिर्ता गराउन पैसा तिर्नु परेको छ, त्यो पनि पचास हजार । इएह शब्द प्रहरीकेँ नईं पचलै आ किछु कालबाद अब्दुलकेँ कमेन्टकेँ निचाँमे प्रहरी लिखलक तपाईंले गर्नु भएको कमेन्टप्रति जिल्ला प्रहरीको गम्भीर ध्यानाकर्षण भएको छ, सो सम्बन्धमा सत्य, तथ्य कुरा लिई यस कार्यालयमा आउन हुन अनुरोध छ । साथै दोषी उपर कडाभन्दा कडा कारवाही गरिने व्यहोरा अनुरोध छ ।

आक्रामक रवैया

अब्दुल रहमान
प्रहरी फेसबुकमे सुरक्षा अवस्थापर कमेन्ट कएनिहार अब्दुल रहमानकेँ राजविराज वार्ड नं. ३ सँ जेठ १८ गते नियन्त्रणमे लेलक । प्रहरी १४ दिनधरि हिरासतमे रखलाक बाद प्रहरी १५ म् दिनमे सप्तरी जिला अदालतमे विद्युतीय कारोबार ऐन अन्तर्गत मुद्दा चलएबालेल हाजिर करबोलक । १६ म् दिनमे सप्तरी जिला अदालत कहलक जे एहि ऐन अन्तर्गत मुद्दा चलएबाक अधिकार काठमाण्डू जिला अदालतकेँ मात्र अछि । ताहिके बाद प्रहरी रहमानकेँ काठमाण्डू जिला अदालतमे हाजिर करबौलक । काठमाण्डू जिला अदालत रहमानकेँ अषाढ़ ६ गते ५ हजार धरौटीमे रिहा कऽ देलक । रहमानकेँ अषाढ़ १७ गते तारिख छन्हि । प्रहरी अदालतमे रहमानकेँ विरुद्ध १ लाख रुपैयाँ जरिवाना आ पाँच वर्ष कैदकेँ माङ कएने अछि ।

नईं टेरलक अदालतकेँ

सप्तरी प्रहरी रहमान प्रकरणमे अदालतोके ठेंगा देखा देलक । पीडित न्यायके लेल अदालतके द्वारिपर गेल मुदा प्रहरीक सामने अदालतोके आदेश फिका पड़ि गेल । रहमानके पिता इसराइल मियाँ  अपन बेटाकेँ प्रहरी गैरकानुनी ढंगसँ पकड़िकऽ रखने कहैत पुनरावेदन अदालत सप्तरीमे अषाढ ४ गते बन्दी प्रत्यक्षीकरणकेँ लेल रिट दायर कएलनि । अदालत सप्तरी प्रहरीके बन्दी रहमानकेँ आवश्यक कागजातसहित २४ घण्टा भितर उपस्थित करएबाक आदेश देलक । जिला प्रहरी सप्तरी ओ पत्र वएह दिन अपरान्ह ४ बजे बुझने छल मुदा अदालतकेँ आदेशके अवज्ञा करैत सवा सात बजे काठमाण्डू पठा देलक ।

अनाडी अधिकारी !

प्रहरी रहमानकेँ पकडिकऽ अपन बहादुरी सिद्ध करबालेल विद्युतीय कारोबार ऐनकेँ सहारा लेलक । मुदा ओकरा ई धरि नहि बुझल रहइ जे विद्युतीय कारोबार ऐन अन्तर्गत मुद्दा सुनुवाइके अधिकार काठमाण्डू जिला अदालतकेँ मात्र छइ । जँ नहि त ओ किया रहमानकेँ सप्तरी जिला अदालतमे चक्कर कटबौलक ? या त प्रहरीकेँ कानुनी ज्ञानके अभाव छइ नहि त ओ आम नागरिककेँ यातना देबऽके अपन नैसर्गिक अधिकार बुझि लेने अछि ।

विभेदक गन्ध 

प्रहरीक कारवाही साम्प्रदायिक भावनासँ उत्प्रेरित रहल आरोप लागि रहल अछि । सामाजिक संजालसँ लऽकऽ संसदधरि ई आबाज उठल अछि । अषाढ़ १० गते सद्भावना पार्टीक सभासद् लक्ष्मणलाल कर्ण व्यवस्थापिका संसदमे ई मुद्दाके उठओलनि । सभासद् कर्ण मधेशी आ मुस्लिम भेलाक कारणेँ रहमानउपर प्रहरी कारवाही कएने आरोप लगओलनि । ओ कार्यवाहक प्रधानमन्त्री आ गृहमन्त्री बामदेव गौतमकेँ पुछलनि जे ई देश के चलबैया लोकतान्त्रिक सरकार की पुलिस । सामाजिक संजालसभमे सेहो प्रहरीक रवैयाके आलोचना भऽ रहल अछि । अभिव्यक्ति स्वतन्त्रताकेँ कुण्ठित करबालेल एहन कारवाही कएल गेल टिप्पणी सेहो भऽ रहल अछि ।
  
तानाशाही प्रवृत्ति  

रहमानके कमेन्टसँ प्रहरीके तिलमिलाएके औचित्य की ? की ओहिसँ पहिने प्रहरीकँे छविपर कोनो प्रश्न नहि उठल अछि कि ? जाहि समाचारमे कमेन्ट कएल गेल अछि ओहिके अन्तिममे लिखल अछि जे एक वर्षमे ३० गोटे प्रहरीके कारवाही कएल गेल अछि । जँ सप्तरी प्रहरीके अपन छविके ओतबे चिन्ता छइ त ओकरा ई पाँतिके बेरबेर पढऽक चाही । ३० गोटे प्रहरीके कारवाही करबाक एकमात्र कारण अछि प्रहरीक आचरण विपरीत काज । ओना आम मधेशीकेँ बुझल छइ जे प्रहरी ओकरासँ कोन तरहेँ प्रस्तुत होइछइ । सीमा क्षेत्रमे घरायसी प्रयोजनलेल नुन आ चिनी आनऽबलाके सीमा सुरक्षा नाममे ठाढ़ कोनाकऽ प्रताड़ित करैत छइ । ई मुद्दा आब अदालतमे अछि, कानुन अनुसारके फैसला हएबे करतै । मुदा जाहि प्रकृतिके रवैया पुलिस देखओलकए ताहिसँ प्रहरी संगठनपर प्रश्न उठि रहल छइ । एकटा आम आदमीके प्रहरीके कृयाकलापपर टिप्पणी करबाक संविधानप्रदत्त अभिव्यक्ति स्वतन्त्रता छइ तहन रहमानसँ एहन व्यवहार किया ? अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदायक एकटा युवाकेँ प्रहरीक अनाहक हिरासत किया भोगऽ पड़लै ? लोकतान्त्रिक गणतन्त्र नेपालमे की मधेशी युवाकेँ बाजऽतकके अधिकार नहि छइ ? गृहप्रशासनकेँ एहिके उत्तर खोजबाक चाही । कियाक त विभेदसँ विद्रोह जन्मैत अछि ई नेपालक बेर बेरके आन्दोलनसँ सिद्ध भऽ चुकल अछि । 
साभार नयाँ नेपाल २०७१ साल अषाढ १६ गते