2014-07-19

विमलक “इतिहासक घाओ” आ कवि गोष्ठी

वरिष्ठ साहित्यकार डा. राजेन्द्र विमलक कथा संग्रह इतिहासक घाओक अषाढ़ १९ गते बुधदिन विमोचन कएल गेल । मैथिली विकास कोषद्वारा प्रकाशित कथा संग्रहकेँ भौतिक पूर्वाधार तथा यातायात मन्त्री विमलेन्द्र निधि आ एकीकृत नेकपा मओवादीक मधेश ब्युरो इन्चार्ज रामचन्द्र झा संयुतm रुपसँ विमोचन कएलन्हि । 

ओ कार्यक्रममे मैथिली विकास कोषक दूटा पुरस्कार प्रदान कएल गेल । डा.धीरेन्द्र साहित्य संस्कृति पुरस्कार डा. राजेन्द्र विमलकेँ आ सलहेश सांस्कृतिक पुरस्कार रामानन्द युवा क्लव जनकपुरके प्रदान कएल गेल । ओ पुरस्कारक राशि ५१÷५१ हजार अछि ।


रचनात्मक बनथि जेष्ठ नागरिक



जेष्ठ नागरिकक अवस्था सम्बन्धमे एक दिवसीय कवि गोष्ठी शनिदिन जनकपुरमे सम्पन्न भेल । ओ गोष्ठीमे ३५ गोटे कवि कविता वाचन कएलन्हि ।  गोष्ठीमे डा. राजेन्द्र विमल, डा.रेवती रमण लाल, राम भरोस कापडि भ्रमर, अयोध्यानाथ चौधरी, महेन्द्र कुमार मिश्र, अशोक दत्त, राजाराम सिंह राठोर, हिमांशु चौधरी, दिगम्बर झा दिनमणि, रोशन कुमार झा, ऋषिशेष, तोयाराज घिमिरे, विजय दत्त मणि, काशीकान्त झा रसिक, रुद्र्रनारायण झा मड़ै, युगल किशोर लाभ, रामभरत साह, जीवछ पाण्डे, कृष्णशंकर मिश्र, अमरकान्त अमर, पुनम झा मैथिल, प्रेमविदेह ललन, कैलाश दास सहितक कविसभ कविता वाचन कएलन्हि । 
तहिना मनोज प्रमेश, नागेश्वर मण्डल, राजेश्वर ठाकुर, चन्द्रकान्त झा चन्द्र, रामहृदय प्रसाद, सपना कर्ण, इन्द्रकुमार मधेशानन्द, अरुण राउत सहितक रहल छलथि । वरिष्ठ साहित्यकार डा. राजेन्द्र विमलक सभापतित्वमे भेल गोष्ठीमे प्रमुख अतिथिक आसनसँ बजैत पटनासँ आएल मैथिलीक वरिष्ठ समालोचक डा. रामानन्द झा रमण जेष्ठ नागरिकसभके समयके सँग सम्झौता करबाक सल्लाह देलन्हि । घरमे अस्वस्थ्य होवएसँ पूर्वधरि रचनात्मक काजमे लगबाक सल्लाह दैत ओ कहलन्हि घरमे बैसलाक बादे अपमान अनुभव होइत देखल गेल अछि । अपन पुूर्खाके कोना कऽ वृद्धावस्थामे सम्मान देल जाए एहि सम्बन्धमे पर्याप्त जनचेतनाक आवश्यकता रहल हुनक कथन छल ।

साभार मैथिली पृष्ठ गोरखापत्र २०७१ साउन २ गते 

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